मनोज बाजपेई आज के जाने माने बेहतरीन कलाकारों की गिनती में आते हैं। उनका अभिनय उनके प्रशंसको का दिल जीत ही लेता है। मनोज बाजपेई का फिल्मी दुनिया का सफ़र 1994 में शुरु हुआ था, जब उनकी डेब्यू फिल्म ‘द्रोहकाल’ रिलीज हुई थी। अपने फिल्म कैरियर में काफी लंबा सफ़र तय होने पर आइए जानते उनका क्या कहना है। कुछ समय पहले ही ओटीटी प्लेटफार्म ज़ी 5 पर उनकी एक मूवी रिलीज हुई थी डायल 100। इस फिल्म में मनोज बाजपई ने एक पुलिस अफसर का किरदार निभाया था।
एक इंटरव्यू के दौरान मनोज बाजपेई से उनकी फिल्म ‘डायल 100’ के बारे पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि,“ जब मैंने पहली बार इस फ़िल्म के बारे में सुना था, तभी मैंने अंदाज़ा लगा लिया था कि यह फ़िल्म एक बेहतरीन थ्रिलर मूवी साबित होने वाली है। साथ ही साथ इस फ़िल्म में सामाजिक विषय पर भी गौर किया गया है। आज के 10 में से लगभग 6 घर ऐसे हैं जहां बच्चों को लगता है कि उनके माता पिता उनके विलेन हैं। इस फ़िल्म में माता पिता को अपने बच्चे को किस तरह का परिवेश देना चाहिए इस बार भी गौर किया गया है।”
इंटरव्यू के समय एक सवाल पूछा गया कि डायल 100 फ़िल्म में बदले की भावना को भी केंद्रित किया है, इस पर आपका क्या मानना है?“मनोज बाजपेई ने अपने हाजिर जवाबी अंदाज में कहा मैं बदले की भावना में विश्वास नहीं करता हूं। मैं माफ़ कर देने वाले लोगों में से हूं।मैं अपने रास्तों पर चलता हूं। इस बात से जिसको जो सोचना है सोचे, जो बोलना है बोले, मैं इस बात पर ज्यादा ध्यान केंद्रित नहीं कर सकता। लेकिन हां, अगर कोइ हद से पार होकर उत्पात मचाता है, तो उस समय उसके खिलाफ खड़ा होना ज़रूरी हो जाता है, इसे हम बदले की भावना नहीं कहते बल्कि यह वह प्रक्रिया है जब हम सामने वाला को उसकी गलती का एहसास दिलाना ज़रूरी होता है।”
मनोज बाजपेई फ़िल्म इंडस्ट्री में तकरीबन अपना 27 साल दे चूके हैं। ऐसे में उनका क्या मानना है, क्या कहना है आईए जानते हैं।“अभिमेता मनोज बाजपेई ने कहा, सिनेमा एक बदलाव की दुनिया है, यहां लगातार ही बदलाव होते हैं और इस बदलाव को अपनाना एक चुनौती है। लेकिन अगर हम इस चुनौती को अपनाते हैं तो, हम अपना ही विकास कर रहे हैं। मैं इसी मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा हुं, बतौर अभिनेता और इंसान के रुप में समय के साथ अपने विकास के लिय कार्य कर रहा हूं, आगे भी ऐसा ही होता रहेगा। इन 27 सालों के फिल्मी कैरियर में मैने बहुत कुछ सीखा है, कर मुझे लगता है अब मैं एक बेहतर कलाकार बन गया हुं।