अभिनेत्री कंगना रनौत का ट्विटर अकाउंट हुआ सस्पेंड, कहा- अपनी बात रखने के और भी तरीके हैं मेरे पास।

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बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर काफी एक्टिव नजर आती हैं। लेकिन ट्विटर ने कंगना का अकाउंट सस्पेंड कर दिया गया। कंगना रनौत पर ट्विटर के नियमों को न मानने का आरोप है। जिसके तहत ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया। जब से कंगना का ट्विटर अकाउंट बंद कर दिया गया है, तब से हैशटैग कंगना रनौत ट्रेंडिंग पर है।

कंगना ने अपना ट्विटर एकाउंट बंद हो जाने के बाद कहा कि, “ट्विटर हमेशा से है साबित करता आया है कि वे अमेरिकी हैं। उन्हें हमेशा से यही लगता है कि, गोरे व्यक्ति (अमेरिकी) भारत के व्यक्तियों पर अपनी हुकूमत चला सकते हैं। वह हमें बताना चाहते हैं कि, हमें क्या बोलना चाहिए, क्या सोचना चाहिए या हमें क्या करना चाहिए। मेरे पास अपनी बात रखने के लिए और भी प्लेटफॉर्म हैं, जिनका इस्तेमाल मैं कर सकती हूं।”

दरसल कंगना ने बंगाल में चुनाव के बाद हुए हिंसा पर टिप्प्णी करते हुए कहा, “असम और पुडुचेरी में भाजपा को जीत हासिल हुई। जिसके बाद वहां से किसी तरह के हिंसा की कोई खबर नहीं आई। और बंगाल में टीएमसी को जीत मिली जिसके बाद बंगाल में हिंसा देखने को मिली, कई लोगों की मौत की खबर भी आने लगी। लेकिन फिर भी लोग कहेंगे मोदी जी को तानाशाह और ममता बैनर्जी को एक धर्मनिरपेक्ष नेता.. बस अब बहुत हुआ।” बीते पिछले कई दिनों से कंगना यूजर्स के निशाने पर हैं। कई यूजर्स कंगना के अकाउंट को बंद करने की मांग कर रहे थे। ऐसा कहा जा रहा है की उनके इस तरह के विवादित ट्विट के कारण ही उनका अकाउंट बंद किया गया है। 

अभिनेत्री कंगना रनौत हमेशा से ही ट्विटर पर काफी ऐक्टिव रहती हैं। हर तरह की ट्विट की गई गतिविधियों पर अपने राय साझा करती रहती हैं। और कई बार उनके बयान विवादित भी हो जाते हैं, जिनके लिए वह काफी चर्चित भी रहती हैं। गौरतलब है कि वह महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ बयान के कारण काफी ज्यादा चर्चा में शामिल हुई थी। इतना ही नहीं कई बार उन पर एफआईआर भी दर्ज किए गए।

बता दें कि, बीते कुछ दिन पहले कंगना रनौत ऑक्सिजन के संदर्भ में किए ट्वीट के कारण काफी ट्रॉल की गई थीं। कंगना ने लिखा था,“आज हर शख्स ऑक्सिजन प्लांट्स बनाने में लगा हुआ है, ताकि ज्यादा से ज्यादा तो ऑक्सिजन बनाया जा सके। हम उस ऑक्सिजन को किस तरह से वापिस कर रहे हैं, जिन्हें अभी हम जबरदस्ती पर्यावरण से ले रहे हैं? लगता है कि हमने आपदाओं और अपनी गलतियों से कुछ नहीं सीखा है। हमें बड़े पैमाने पर पेड़ पौधे लगाने की जरूरत है।

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